गरजि रहल मेघ,
बाजय टर-टर बेंग,
दामिनी रहि-रहि दमकय,
दादुर, झिंगुर संगहि बाजय,
सब मिलि के बाजि रहल अछि,
आयल-आयल सावन,
लागय बड मनभावन,
खेत-पथार हरियायल,
गर्मी भागि परायल,
पोखरि-डबरा सभ भरि गेल,
पोठी-टेंगरा सहज भs गेल,
बहादुर भैया बरद हाँकलथि,
रोपनी आब शुरु भs गेल,
निहुर-निहुर रोपय बहिना,
रमखेतारी बाली गीत उठौलक,
आयल-आयल सावन,
लागय बड मनभावन,
सखी-बहिनपा झूला झूलथि,
कजरी-मल्हार सँगहि गाबथि,
सभहक हाथ मेँहदी लागल,
प्रियंका भौजी घोघ उठाओल,
हुनक जे मधुश्रावणी आयल,
रंग-बिरंगी बतगबनी गायल,
सखी-सहेली फूल लोढय चललथि,
खेलथि झूमरि, सभ मिलि गाबथि,
आयल-आयल सावन,
लागय बड मनभावन।
(विशेष सुधार आ अंतिम पैरा श्री राजेश रंजन झा, नई दिल्ली, मो.- +९१-९८१८५५४०४६ द्वारा लिखल गेल। राजेश जी केँ धन्यवाद।)