इजोरिया राति में- कुन्दन कुमार मल्लिक

इजोरीया राति में छत पर टहलैत
दूर गगन केँ निहारैत
डूबि जायत छी, अपन अतीत में
अपन विगत’क स्मृति में
चन्द्रमा अपन चाँदनी सँ चमकि रहल अछि
मुदा एहि इजोरिया में उ बात नहिं अछि
जे पहिने होयत छल
बंगलोर’क चकाचौन्ध में इ अस्तित्वहीन अछि
गाम’क इजोरिया मोन पडैत अछि
फेर मोन पुलकित भs जायत अछि
मोन आबैत अछि कतेक रास बात
पोखरि’क कात में माछ मारनाय
आ महार पर बैसी के भूत-प्रेत’क बात
संगे-संग भय आ रोमांच’क अनुभव
ओकरे संग किछु आहट सँ सचेत भेनाय
आ आँखि बंसी’क तरेला पर अटकि जेनाय
तेखने हवा में सरसराहट सँ सिहरि जेनाय
आ फेर भूत-प्रेत’क बात केँ साकार भेनाय
आ लड्डू केँ भूत बनि केँ डरौनाय
एहेन कतेक रास बात अछि
जे प्यार आ रोमांच सँ भरल अछि
दादी’क प्यार आ माँ’क दुलार
माँ केँ सुग्गा आ कौआ बला रोटी बनेनाय
अँगना में कोरा में बैसा केँ खुऔनाय
चन्दा मामा केँ देखा केँ लोरी सुनौनाय
फेर सँ ओहि दुनिया में घुमय चाहैत छी
मुदा इ त एहेन भागल-बिसरल क्षण अछि
जे केखनो घुमि के नहिं आबैत अछि।

- कुन्दन कुमार मल्लिक,
ग्राम- बलियारी, डाक- झंझारपुर,
जिला- मधुबनी (बिहार)- ८४७४०४
ई-मेल-
kkmallick@gmail.com
सम्पर्क-+९१-९७३९००४९७० (बंगलोर)

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