हर–हर गङ्गे जय कमला
कवि- श्री विनित ठाकुर
जन्म- 01 मार्च, 1976 ई.
शिक्षा: बी. एड.
प्रकाशित कृति: बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज
सम्प्रति: शिक्षक (प्रगति आदर्श ई. स्कूल, लगनखेल, ललितपूर, नेपाल)
स्थायी पता: मिथिलेश्वर मौवाही–६, धनुषा, नेपाल
उठू यौ मैथिल भेलै भोर
चुनमुन चिरैया करैय शोर
कोशी कमला अमृत जल धारा
आलस छोरु कहे भुरुकवा तारा
माटि पानिके लगाक छाती
बुढिया दादी गावे पराती
गाई महिष खोललक चरवाहा
हर लऽ विदाह भेल हरवाहा
मन्दिर मस्जिद मिथिलाक शान
रुप अनेक एकऽही भगवान
जनक सलहेशक ई कर्मभूमि
स्वर्ग समान बनाऊ मातृभूमि